पेगासस स्पाइवेयर स्नूपिंग मामले की जांच कर रही सुप्रीम कोर्ट की समिति ने एक सार्वजनिक नोटिस जारी किया है जिसमें उन लोगों से विवरण मांगा गया है, जिन्होंने महसूस किया है कि उनके मोबाइल डिवाइस में पेगासस मैलवेयर डालकर उनकी जासूसी की गई है।




पैनल ने पेगासस प्रभावित लोगों से 7 जनवरी, 2022 की दोपहर से पहले सूचना भेजने को कहा है। 27 अक्टूबर 2021 को, सुप्रीम कोर्ट ने यह जांच कमेटी बनाई थी। उसने कहा था कि उसे सच्चाई का पता लगाने और कारण जानने के लिए मजबूर किया गया था। अदालत ने इस समिति का अध्यक्ष रिटायर्ड जस्टिस आर.वी. रवींद्रन को नियुक्त किया था।