बॉलीवुड अदाकारा दीपिका पादुकोण के जेएनयू के छात्रों के समर्थन में पहुंचने के बाद से ही ट्रोल आर्मी उन पर हमलावर है। ट्रोल आर्मी ने पहले उन्हें पाकिस्तानी, जेहादी, देशद्रोही बताया और उसके बाद उनकी फ़िल्म ‘छपाक’ के बॉयकाट को लेकर सोशल मीडिया पर अभियान छेड़ दिया। लेकिन दूसरी ओर से दीपिका को समर्थन मिला और ‘छपाक’ के समर्थन में भी लोग उतरे। लेकिन शायद ट्रोल आर्मी इससे बौखला गई और उसने नई कहानी गढ़ दी।
‘छपाक’ में हमलावर नदीम का नाम नहीं है राजेश, ट्रोल आर्मी का दावा झूठा साबित
- सोशल मीडिया
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- 9 Jan, 2020
ट्रोल आर्मी का कहना था कि मुख्य अभियुक्त नदीम ख़ान का नाम राजेश रखा गया है लेकिन फ़िल्म देखने वाले लोगों ने ट्रोल आर्मी के इस दावे को पूरी तरह झूठा करार दिया है।

‘छपाक’ तेज़ाब हमले का शिकार हुई पीड़िता लक्ष्मी अग्रवाल के जीवन पर आधारित है। लक्ष्मी पर 2005 में दिल्ली की ख़ान मार्केट में नदीम ख़ान व तीन अन्य लोगों ने तेज़ाब फेंक दिया था। स्वराज्य नाम की मैगजीन में छपी ख़बर में कहा गया था कि ‘छपाक’ में नदीम ख़ान का नाम बदलकर राजेश कर दिया गया है। इसके बाद ट्रोल आर्मी ने इस ख़बर के बाद ट्वीट करना शुरू कर दिया और थोड़ी ही देर में ट्विर पर नदीम ख़ान और राजेश का नाम ट्रेंड करने लगा। इन दोनों ही नामों को लेकर अंधाधुंध ट्वीट ट्रोल आर्मी से जुड़े लोगों ने किये।