प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने राजस्थान दौरे को चुनावी अंदाज में पूरा किया। हालांकि यह सरकारी कार्यक्रम था। उन्होंने नाथद्वारा में रोड शो किया, कांग्रेस पर यह कहते हुए हमला किया कि वहां तो मुख्यमंत्री की कुर्सी की लड़ाई चल रही है। यही नहीं उनके सरकारी कार्यक्रम में जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बोलने के लिए खड़े हुए तो कुछ लोग मोदी-मोदी के नारे लगाने लगे तो मोदी ने उन लोगों को चुप कराया। राजस्थान में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव हैं। कर्नाटक से फुर्सत पाने के बाद अब बीजेपी की नजर राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश पर है। इसमें से मध्य प्रदेश में उसकी सरकार है, जबकि बाकी दोनों जगह कांग्रेस है।
महाराणा प्रताप की वीर भूमि और भगवान श्रीनाथ जी की पावन धरा नाथद्वारा में मोदी-मोदी के नारों से गूंजा आसमान... pic.twitter.com/tKMwf5ilKF
— Dr. Sumer Singh Solanki (@DrSumerSolanki1) May 10, 2023
Popularity never seen before!! When Rajasthan CM Ashok Gehlot was called on stage, the crowds welcomed him with chants of "Modi!! Modi!!!" pic.twitter.com/2NpSk2E5il
— Priti Gandhi - प्रीति गांधी (@MrsGandhi) May 10, 2023
पीएम मोदी का कांग्रेस पर हमला
पीएम मोदी ने आज अपने कई भाषणों में कांग्रेस पर जमकर हमला किया। उन्होंने राजस्थान से लेकर सूडान तक जिक्र कर डाला और सूडान के मामले में भी कांग्रेस को कोसा। पीएम मोदी ने कहा - हमारे देश में कुछ लोग इतनी नकारात्मकता से भरे हुए हैं कि देश में कुछ भी अच्छा होता हुआ देखना नही चाहते, उन्हें सिर्फ विवाद खड़ा करना अच्छा लगता है। हर चीज को वोट के तराजू से तौलने वाले लोग कभी देश के भविष्य को ध्यान में रख कर योजना नहीं बना सकते।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपने राजनीतिक लाभ के लिए कर्नाटक के हक्की पिक्की जनजाति के सदस्यों का उपयोग करने की कोशिश की, जो सूडान में फंस गए थे। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक चुनाव के लिए इस मुद्दे का उपयोग करने के लिए सभी प्रयास किए।
मोदी ने कहा - कर्नाटक के हक्की पिक्की जनजाति के पूर्वज महाराणा प्रताप के साथ खड़े थे, और उस समुदाय के कुछ सदस्य अब छोटे व्यवसाय करके अफ्रीकी देशों में बस गए हैं। हालांकि, जब वे संकटग्रस्त सूडान में फंस गए, तो कांग्रेस ने उन्हें कर्नाटक चुनाव के लिए इस्तेमाल करने की कोशिश की। पार्टी उन लोगों के नुकसान की कामना करती है और इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने की कोशिश करती है। यहां यह बताना जरूरी है कि सूडान से उस जनजाति के लोग कर्नाटक चुनाव के दौरान ही भारत पहुंचे थे और उसका सरकार ने जोरशोर से प्रचार करके श्रेय लिया था कि भारत सरकार किस तरह इस समुदाय को सूडान से बचाकर लाई है।
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