राजस्थान के कोटा में कोचिंग संस्थानों को छात्रों के हित में कई क़दम उठाने को कहा गया है। राजस्थान सरकार ने इसके लिए राज्य भर में दिशानिर्देश जारी किए हैं। नियमित टेस्ट के परिणामों को गोपनीय रखने, रैंक के आधार पर विशेष बैचों में छात्रों को अलग नहीं करने और संस्थान छोड़ने का आसान रास्ता देने व 120 दिनों के भीतर पैसे वापस करने की नीति अपनाने के दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
कोचिंग संस्थानों पर ऐसी नकेल से कोटा में आत्महत्याएँ रुक जाएँगी?
- राजस्थान
- |
- 29 Mar, 2025
राजस्थान के कोटा में नीट जैसी परीक्षाओं की तैयारी करने वालों में आत्महत्या के बढ़ते मामलों के बीच अब सरकार ने कोचिंग संस्थानों को कई क़दम उठाने को कहा गया है। जानिए, ये क़दम क्या हैं और इससे क्या फर्क पड़ेगा।

राज्य सरकार ने यह फ़ैसला तब लिया है जब कोटा में छात्रों में आत्महत्या के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इसी बुधवार को एक और छात्र ने आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने कहा कि 20 वर्षीय छात्र मोहम्मद तनवीर ने अपने कमरे में लटका हुआ पाया गया। इससे इस साल कोटा में आत्महत्या करने वालों की कुल संख्या 27 हो गई है। पुलिस ने कहा कि तनवीर मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा यानी नीट की तैयारी कर रहा था।