राजस्थान में बीते एक महीने में हिंदू संगठनों का दो बार आदिवासी समुदाय के लोगों के साथ टकराव हो चुका है। पहला टकराव मीणा और दूसरा भील समुदाय के साथ हुआ है। भील समुदाय के साथ क्यों विवाद हुआ, पहले इस बारे में बात करते हैं। भील समुदाय राणा पूंजा भील को अपना नायक मानता है। 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस था। उदयपुर जिले में रेती स्टैंड के पास राणा पूंजा भील चौराहा है।
क्यों हुआ मीणा और भील समुदाय का हिंदू संगठनों के साथ टकराव?
- राजस्थान
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- 29 Mar, 2025
आदिवासी समुदाय के नेताओं ने आरोप लगाया कि यह भगवा झंडा बीजेपी और संघ परिवार की ओर से लगाया गया है और यह आदिवासी समुदाय की पहचान और संस्कृति के ख़िलाफ़ है।

विश्व आदिवासी दिवस वाले दिन कुछ लोगों ने वहां भगवा झंडा लगा दिया। आदिवासी समुदाय इसके ख़िलाफ़ सड़कों पर उतर आया और उसने भगवा झंडे को हटा दिया। आदिवासी समुदाय के नेताओं ने आरोप लगाया कि यह भगवा झंडा बीजेपी और संघ परिवार की ओर से लगाया गया है और यह आदिवासी समुदाय की पहचान और संस्कृति के ख़िलाफ़ है।
इस मामले में बीजेपी नेताओं और भील समुदाय के लोगों के बीच तीखी नोक-झोंक भी हुई। हालांकि बीजेपी ने इससे इनकार किया कि उसके या संघ के कार्यकर्ताओं ने यह झंडा लगाया है।