राजस्थान पुलिस ने बुधवार को बीजेपी नेताओं की न्याय यात्रा को करौली पहुंचने से पहले ही रोक दिया। बीजेपी के नेता राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष सतीश पूनिया और युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या के नेतृत्व में यह यात्रा निकाल रहे थे। पुलिस के रोकने के बाद बीजेपी के नेताओं ने जमकर नारेबाजी की और धरने पर बैठ गए।
बीजेपी नेताओं का कहना है कि वह करौली हिंसा के पीड़ित परिवारों से मिलने जा रहे थे लेकिन पुलिस उन्हें जाने नहीं दे रही है।
करौली में कुछ दिन पहले रामनवमी की शोभायात्रा निकाले जाने के दौरान हिंसा हुई थी।
करौली में हुई सांप्रदायिक हिंसा में दोनों पक्षों के लोगों के घरों व दुकानों को खासा नुकसान हुआ था और इससे जुड़े फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा था कि राजस्थान सरकार आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर रही है।
इस हिंसा को लेकर बीते कई दिनों से बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं के बीच राजस्थान और उसके बाहर भी बहस हो रही है। राजस्थान में अगले साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने हैं और करौली हिंसा के कारण बीजेपी और कांग्रेस एक दूसरे पर हमलावर हो गए हैं।
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