पंजाब के नामी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम सामने आया है। पंजाब पुलिस ने कहा है कि गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली है।
मूसेवाला की रविवार शाम को कुछ हमलावरों ने हत्या कर दी थी। जानना जरूरी है कि लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ कौन हैं।
लॉरेंस बिश्नोई इन दिनों दिल्ली की तिहाड़ जेल के वार्ड नंबर 8 में बंद है। लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ दिल्ली, राजस्थान और पंजाब में कई मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस उससे लगातार कई मामलों में पूछताछ भी कर रही है।
फिरोजपुर का रहने वाला है बिश्नोई
बिश्नोई पंजाब के फिरोजपुर का रहने वाला है और उसके पिता हरियाणा पुलिस में कांस्टेबल थे। बिश्नोई ने पंजाब विश्वविद्यालय से एलएलबी की है और पढ़ाई के दौरान ही वह गैरकानूनी कामों में शामिल हो गया। उसके खिलाफ शुरुआत में चंडीगढ़ और कुछ अन्य शहरों में मुकदमे भी दर्ज हुए थे।
लॉरेंस बिश्नोई के गैंग में बड़ी संख्या में प्रोफेशनल शूटर हैं और पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश में इनका नेटवर्क फैला हुआ है। लॉरेंस बिश्नोई का काला जठेड़ी के गैंग के साथ गठजोड़ है।
लॉरेंस बिश्नोई की पंजाब विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान 2009 में गोल्डी बराड़ से मुलाकात हुई थी। बिश्नोई गैंग शराब माफियाओं, पंजाबी गायकों और तमाम दूसरे लोगों से रंगदारी वसूली का काम करता है। कहा जाता है कि लॉरेंस बिश्नोई के गैंग में 700 से ज्यादा शार्प शूटर शामिल हैं।
दूसरी ओर गोल्डी बराड़ ने मूसेवाला की हत्या को लेकर फेसबुक पर एक पोस्ट लिखी है। इस पोस्ट में लिखा है, “मैं सचिन बिश्नोई धत्तरांवाली, लॉरेंस बिश्नोई के साथ मिलकर सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी लेता हूं। सिद्धू मूसेवाला का नाम विक्की मिड्डूखेड़ा और गुरलाल बराड़ की हत्या के मामले में सामने आया था। इसके बावजूद पुलिस ने कुछ नहीं किया।”
विक्की मिड्डूखेड़ा की बीते साल अगस्त में मोहाली में हत्या कर दी गई थी। वह युवा अकाली दल का नेता था।
गोल्डी बराड़ कई आपराधिक मामलों में शामिल रहा है। इस महीने ही पंजाब में फरीदपुर की एक अदालत ने उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था।
बदमाशों पर है नजर
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद पुलिस नीरज बवाना, टिल्लू ताजपुरिया और लॉरेंस बिश्नोई-काला जठेड़ी-गोल्डी बराड़ के गैंग के अपराधियों से जुड़े बदमाशों पर भी निगाह रख रही है।
यह सभी बदमाश दिल्ली की अलग-अलग जेलों में बंद हैं। क्योंकि पुलिस को ऐसी आशंका है कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद इन गैंगों से जुड़े बदमाशों के बीच में जेल में हिंसक झड़प हो सकती है।
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