बेअदबी की घटनाओं के कारण पंजाब में माहौल ख़ासा गर्म है। इन घटनाओं के पीछे किसका हाथ है, इस सवाल के जवाब का सभी को इंतजार है। लेकिन कई राज्यों के गुरूद्वारों का प्रबंधन संभालने वाली अहम संस्था सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने बेअदबी के पीछे किसी बड़ी साज़िश की बात कही है।
‘द इंडियन एक्सप्रेस’ ने एसजीपीसी के सूत्रों के हवाले से लिखा है कि पिछले कई महीनों से इस तरह की चेतावनी दी जा रही थी कि स्वर्ण मंदिर की सुरक्षा को कोई ख़तरा हो सकता है।
सितंबर महीने में एसजीपीसी की पूर्व अध्यक्ष बीबी जागीर कौर ने कहा था कि गुरूद्वारों की सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए इनके बाहर पूर्व सैनिकों को तैनात करने पर विचार चल रहा है।
कई लोगों ने अंदेशा जताया है कि कहीं कुछ नापाक ताक़तें पंजाब के माहौल को बिगाड़ने की साज़िश न रच रही हों, उसी लाइन पर एसजीपीसी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी भी अपनी बात कहते हैं। धामी ने कहा कि बेअदबी की इन घटनाओं के पीछे एजेंसियों का हाथ है और सरकार को इनके मास्टरमाइंड को सामने लाना चाहिए।
धामी ने कहा कि इसके पीछे कोई साज़िश है और इसका पर्दाफ़ाश होना चाहिए।
इसे लेकर एसजीपीसी ने छह सदस्यों की एक जांच कमेटी भी बनाई है। पंजाब सरकार पहले ही बेअदबी की घटनाओं की जांच के लिए एसआईटी बना चुकी है।
यहां याद रखना होगा कि किसान आंदोलन के कारण पंजाब का सियासी माहौल एक साल तक बेहद गर्म रहा है। इस आंदोलन के शुरू होते ही तत्कालीन मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह दिल्ली आए थे और इससे राष्ट्रीय सुरक्षा को ख़तरा होने की बात कही थी।
पंजाब में पिछले विधानसभा चुनाव से पहले भी बेअदबी की घटना को लेकर खासा बवाल हो चुका है। सिख नेताओं का कहना है कि पिछले पांच सालों में ऐसी छोटी-बड़ी 400 से ज़्यादा घटनाएं हो चुकी हैं। उनका कहना है कि इन घटनाओं को अंजाम देने वालों को सजा क्यों नहीं दी जाती?
किसान आंदोलन के दौरान सोशल मीडिया पर सिखों के साथ हिंदुस्तान में नाइंसाफ़ी होने की बात को जमकर हवा दी गई। ऐसा विदेशों में बैठे कट्टरपंथी सिख संगठनों से जुड़े लोगों ने किया और इन्हें पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई का खुला समर्थन हासिल है।
पंजाब लंबे वक़्त तक सिख आतंकवाद के कारण जलता रहा। खालिस्तानी आतंकवादियों और आईएसआई की लगातार नज़र इस राज्य को अशांत करने पर है। पाकिस्तान से वक़्त-वक़्त पर ड्रोन के जरिये हथियार, विस्फोटक और नशीले पदार्थ पंजाब में गिराए जाते रहते हैं।
हालांकि जांच में ही साफ होगा कि बेअदबी की इन घटनाओं के पीछे किसका हाथ है लेकिन अगर कोई साज़िश बेअदबी की घटनाओं के पीछे है तो इसे बेनक़ाब करना ज़रूरी है।
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