सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा है कि वह बलवंत सिंह राजोआना की दया याचिका पर फ़ैसला करे। राजोआना की दया याचिका सरकार के पास 2012 से ही लंबित पड़ी है। राजोआना ने बीते साल ही सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कहा था कि इस मुद्दे पर बहुत देर हो रही है। बीते साल यह अनुमाना लगाया जा रहा था कि गुरु नानकदेव जी के 550वें जन्मदिन के मौके पर जब कुछ क़ैदियों को रिहा किया जाएगा तो राजोआना की मौत की सज़ा को आजीवन कारावास में बदल दिया जाएगा।
अफ़ज़ल को फाँसी तो बलवंत सिंह राजोआना को क्यों नहीं?
- पंजाब
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- 10 Jan, 2021
राजोआना की दया याचिका सरकार के पास 2012 से ही लंबित पड़ी है। सवाल है कि अफ़ज़ल गुरु को जल्द से जल्द सज़ा देने की माँग करने वाली बीजेपी इस मुद्दे पर 2014 में सत्ता में आने के बाद अब तक फ़ैसला क्यों नहीं कर पाई है।
