भारत की स्वतंत्रता विभाजन की आपदा लेकर आई थी। मोहनदास करमचंद गाँधी उन दिनों नई दिल्ली के बिड़ला हाउस में प्रार्थना सभा करते थे और वहां उपस्थित लोगों के सामने अपनी बात रखते थे। उन बातों को रिकॉर्ड कर ऑल इंडिया रेडियो पर प्रसारित किया जाता था। गाँधी जी का यह भाषण क़रीब 15 मिनट का होता था।