अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी और ख़ासकर उनकी पत्नी एस्थर डफ्लो का भारत में राजनीतिक आरक्षण से लेकर नौकरियों तक के आरक्षण में व्यापक शोध रहा है। इन अर्थशास्त्रियों का मानना है कि आरक्षण दिए जाने से वंचित तबक़े को प्रतिनिधित्व मिला है। पंचायतों में महिलाओं, अनुसूचित जाति, जनजाति को आरक्षण दिए जाने को लेकर एस्थर डफ्लो का काम ज़्यादा व्यापक रहा है और उन्होंने अपने अध्ययन से निष्कर्ष निकाला है कि इससे वंचितों को लाभ हुआ है। साथ ही कम योग्य प्रतिनिधि चुने जाने का निर्णय लेने पर बिल्कुल भी असर नहीं पड़ा है।