नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी ने कहा है कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर जीडीपी पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है। उन्होंने कहा है कि भारत की विकास दर 7 प्रतिशत तक जा सकती है।
अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अभिजीत बनर्जी ने जेएनयू परिसर में हुए हमले पर बेहद तल्ख टिप्पणी करते हुए इसे नात्सीवाद की गूँज क़रार दिया है।
सत्तारूढ़ दल और मोदी सरकार के हमलों के बाद नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी ने उन्हें याद दिलाया है कि कभी उन्होंने नरेंद्र मोदी के साथ भी काम किया है।
भारतीय-अमेरिकी अभिजीत बनर्जी को नोबेल पुरस्कार मिला। यह गौरव की बात है, लेकिन ट्विटर व दूसरे सोशल मीडिया पर ख़ुद को राष्ट्रवादी कहने वाले ट्रोल क्यों कर रहे हैं? इतना बड़ा सम्मान मिलने से क्या किसी को दिक्कत हो सकती है? 'राष्ट्रवादी' क्यों हैं नाराज़?
अभिजीत बनर्जी को नोबल पुरस्कार मिला है। वह जेएनयू के छात्र रहे हैं। उन्होंने ग़रीबी हटाने के लिए शोध किया। उन्होंने मोदी सरकार की आलोचना क्यों की थी? देखिए आशुतोष की बात में जेएनयू के छात्र रहे आशुतोष कैसे देखते हैं अभिजीत को पुरस्कार मिलने को।