मध्य प्रदेश के शिवपुरी में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। वाल्मीकि समाज के दो बच्चे, रोशनी जिसकी उम्र 12 साल और अविनाश जिसकी उम्र 10 साल थी, पंचायत भवन के सामने सड़क पर शौच कर रहे थे। हाकिम यादव नाम के शख़्स ने उन्हें शौच करने से मना किया। मारे गए बच्चों के परिजनों के मुताबिक़, हाकिम और रामेश्वर यादव ने उनके बच्चों की लाठियों से पिटाई की। उन्होंने दोनों को तब तक मारा जब तक उनकी मौत नहीं हो गई।
असंभव होता जा रहा है जातीय आधार पर एकता बनाना
- विचार
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- 29 Sep, 2019

मध्य प्रदेश के शिवपुरी में दो दलित बच्चों की पीट-पीटकर हत्या करने की घटना से पता चलता है कि जातीय आधार पर एकता बनाना अब असंभव सा हो गया है।
मारने वाले यादव यानी पिछड़े वर्ग के, जबकि मारे गए बच्चे अनुसूचित जाति के हैं। हत्यारोपियों ने यह भी बयान दिया कि उन्हें भगवान ने राक्षसों का संहार करने का आदेश दिया था। साथ ही यह भी सूचना निकलकर सामने आई कि दलितों को गांव के सरकारी नल पर सबसे बाद में पानी भरने दिया जाता था।