पंजाब के किसान नेताओं को अमृतसर में भाजपा का चुनाव प्रचार अभियान पसंद नहीं आ रहा है। उनका कहना है कि भाजपा राज्य के दो प्रमुख समुदायों को बांटना चाह रही है। आमतौर पर सभी सिख हर जगह एक समुदाय के रूप में एकजुटता प्रदर्शित करते हैं। उनमें से कोई अपनी पहचान जट सिख या मजहबी सिख के रूप में नहीं कराता है। लेकिन भाजपा इस पहचान को उभार रही है। किसान यूनियनों को फिक्र है कि अमृतसर में चुनाव अभियान गांवों में मजहबी सिखों और जट सिखों के बीच दरार पैदा कर सकता है।
पंजाब में आखिरी दांवः जट सिख और मज़हबी सिख की राजनीति
- पंजाब
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- 29 Mar, 2025
पंजाब के किसान संगठनों का आरोप है कि भाजपा राज्य में जट सिख और मज़हबी सिखों की राजनीति करके दोनों समुदायों के बीच दरार पैदा कर रही है। पंजाब में यही दो सबसे बड़े मतदाता आधार हैं। राज्य की 13 लोकसभा सीटों पर 1 जून को मतदान है। जानिए पंजाब का जातीय समीकरणः
