पंजाब की विधानसभा में विवादास्पद नागरिकता संशोधन क़ानून को रद्द करने वाला प्रस्ताव पास कर दिया गया। केरल के बाद यह दूसरा राज्य है जिसने ऐसे प्रस्ताव को पास किया है। यह बीजेपी के लिए तगड़ा झटका है। इस प्रस्ताव का बीजेपी के सहयोगी शिरोमणि अकाली दल यानी एसएडी ने भी समर्थन किया। एसएडी वही दल है जिसने संसद में नागरिकता संशोधन विधेयक का समर्थन किया था। प्रस्ताव का समर्थन करते हुए एसएडी नेता बिक्रम मजीठिया ने कहा, 'यदि लोगों को लाइन में खड़ा होना पड़े और यह साबित करना पड़े कि उनका जन्म कहाँ हुआ था तो हम ऐसे किसी क़ानून के ख़िलाफ़ हैं।' बता दें कि राज्य सरकार एनपीआर के मौजूदा स्वरूप में भी संशोधन करने की बात कहती रही है जिसे कहा जा रहा है कि विवादास्पद एनआरसी के पहले का क़दम है।