10 मार्च को चुनाव नतीजे आने से पहले आए तमाम एग्जिट पोल में पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने का दावा किया गया है। लेकिन कांग्रेस इससे निराश नहीं है। इसके पीछे वजह 2017 के एग्जिट पोल हैं जिनमें कई एग्जिट पोल के नतीजे अनुमानों के खिलाफ रहे थे।
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा है कि 2017 में एग्जिट पोल गलत साबित हुए थे और हम राज्य में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे।
क्या था अनुमान?
2017 में सी वोटर के एग्जिट पोल में आम आदमी पार्टी को चुनाव में सबसे आगे बताया गया था और इसको 59 से 67 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया था। एग्जिट पोल में कांग्रेस को 41 से 50 सीट दी गई थीं। जबकि टुडेज चाणक्य के एग्जिट पोल में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच में बराबरी का मुकाबला बताया गया था।
एबीपी लोकनीति सीएसडीएस के सर्वे में आम आदमी पार्टी को 36 से 46 सीट जबकि कांग्रेस को 46 से 56 सीट मिलने की बात कही गई थी। जबकि इंडिया टुडे एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल में आम आदमी पार्टी को 42 से 51 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था।
कुछ एग्जिट पोल में आम आदमी पार्टी के बारे में कहा गया था कि वह सरकार बनाने जा रही है।
लेकिन यह सभी एग्जिट पोल गलत साबित हुए थे और कांग्रेस ने सरकार बनाने के लिए जरूरी 59 सीटों से कहीं ज्यादा 77 सीटों पर जीत हासिल की थी। तब आम आदमी पार्टी को 20, शिरोमणि अकाली दल को 15 और बीजेपी को 3 सीटें मिली थी और 2 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते थे।
नतीजों का इंतजार: अकाली दल
इस बार के तमाम एग्जिट पोल में आम आदमी पार्टी को काफी बढ़त दिखाई गई है लेकिन शिरोमणि अकाली दल ने कहा है कि उसे इस पर भरोसा नहीं है और वह चुनाव नतीजे आने का इंतजार करेगी। शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी ने इस बार का चुनाव अलग-अलग लड़ा लेकिन दोनों दलों के नेता यह संकेत दे चुके हैं कि चुनाव बाद गठबंधन किया जा सकता है।
इस बीच, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने सोमवार को चंडीगढ़ में स्थित पंजाब कांग्रेस भवन में पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की और चुनाव नतीजों को लेकर चर्चा की।
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