पंजाब पुलिस ने गुरुवार 28 सितंबर को कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा को ड्रग्स से जुड़े मामले में गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी चंडीगढ़ में उनके बंगले पर सुबह छापेमारी के बाद हुई।
जलालाबाद पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत उनके खिलाफ दर्ज एक पुराने मामले के सिलसिले में सुबह-सुबह खैरा के आवास पर छापा मारा।
छापेमारी के दौरान ही खैरा फेसबुक पर लाइव हुए, जिसमें वो पुलिस से बहस करते दिखे। वीडियो में उन्हें वारंट मांगते और अपनी गिरफ्तारी का कारण पूछते हुए सुना जा सकता है।
एक अधिकारी, जो खुद को डीएसपी जलालाबाद अच्छरू राम शर्मा बताता है, ने खैरा को बताया कि उन्हें एक पुराने एनडीपीएस मामले में गिरफ्तार किया जा रहा है। खैरा का दावा है कि सुप्रीम कोर्ट ने केस रद्द कर दिया है और वह गिरफ्तारी का विरोध करते हैं। उनका दावा है कि यह कदम राजनीति से प्रेरित है।
अधिकारियों ने, जिनमें से कुछ सादे कपड़े पहने थे, विधायक और उनके परिवार के प्रतिरोध के बीच खैरा को हिरासत में ले लिया। सूत्रों के मुताबिक, उन्हें जलालाबाद पुलिस स्टेशन ले जाया गया है।
पंजाब पुलिस ने इस समाचार के लिखे जाने तक किसी तरह का कोई बयान जारी नहीं किया है।
शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) ने इस गिरफ्तारी की निन्दा की है। उसने कहा कि राजनीतिक मतभेद एक तरफ विधायक और एक बहुत सम्मानित व्यक्ति के खिलाफ साजिश और राजनीतिक प्रतिशोध के कारण हुई गिरफ्तारी की निंदनीय है। भगवंतमान
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आप पंजाब ने जिस 'बदलाव' का वादा किया गया था वह एक हॉरर शो बन गया है।
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