मोदी सरकार द्वारा संसद में लाए गए कृषि विधेयकों के ख़िलाफ़ भारत के दो कृषि प्रधान राज्यों पंजाब और हरियाणा के किसानों में जबरदस्त आक्रोश है। वे इन विधेयकों के विरोध में लगातार धरना दे रहे हैं। इसी बीच, पंजाब से एक दुखद ख़बर यह आई है कि इन विधेयकों के ख़िलाफ़ आंदोलन कर रहे एक किसान ने आत्महत्या कर ली है।
पंजाब: कृषि विधेयकों के विरोध में अन्नदाता ने खाया जहर, मौत
- पंजाब
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- 21 Sep, 2020
मोदी सरकार द्वारा संसद में लाए गए कृषि विधेयकों के ख़िलाफ़ भारत के दो कृषि प्रधान राज्यों पंजाब और हरियाणा के किसानों में जबरदस्त आक्रोश है।

यह घटना बठिंडा के बादल गांव में हुई है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल इसी गांव से आते हैं। आत्महत्या करने वाले किसान का नाम प्रीतम सिंह है और उनकी उम्र 60 साल थी।
प्रीतम सिंह मानसा जिले के अक्कावाली गांव के रहने वाले थे और इन दिनों विधेयकों के ख़िलाफ़ बादल गांव में धरना दे रहे थे। प्रीतम सिंह ने शुक्रवार को जहर खाकर आत्महत्या कर ली। उनकी मौत से किसान संगठनों में दुख तो है ही, साथ ही इन विधेयकों को लेकर केंद्र की सरकार के ख़िलाफ़ जबरदस्त नाराजगी भी है।
बताया गया है कि प्रीतम सिंह ने यह आत्मघाती क़दम तब उठाया, जब उनके बाक़ी साथी धरना स्थल पर ही सो रहे थे। पुलिस कर्मी उन्हें स्थानीय अस्पताल ले गए और उन्हें काफी देर तक उल्टी होती रही। शुक्रवार शाम को उन्होंने दम तोड़ दिया। किसान संगठनों ने प्रीतम सिंह को शहीद का दर्जा दिया है।