पंजाब के फिरोजपुर में आयोजित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के रद्द होने के बाद कांग्रेस और बीजेपी के नेता आमने-सामने हैं। युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने ट्वीट कर पूछा है- मोदी जी, हाउ इज द जोश। जबकि पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा है कि जो कुछ भी हुआ वह पंजाबियत के खिलाफ है।
जाखड़ ने ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री को रैली में जाने के लिए रास्ता दिया जाना चाहिए था और इसी तरह लोकतंत्र काम करता है। जबकि पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोई खतरा होगा तो वह सबसे पहले अपना खून देंगे।
इस मामले में गृह मंत्रालय भी बेहद सख्त है और उसने पंजाब सरकार से रिपोर्ट मांगी है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक फ्लाईओवर पर फंसे रहने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब के अफसरों से कहा कि वह अपने मुख्यमंत्री को धन्यवाद कहें कि वह बठिंडा एयरपोर्ट तक जिंदा वापस लौट आए।
पंजाब में विधानसभा चुनाव मुंह के सामने हैं और ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली रद्द होने के बाद सियासी बयानबाजी तेज हो गई है।
आने वाले कुछ और दिन तक बीजेपी और पंजाब में उसके सहयोगी दल इसे मुद्दा बनाए रखेंगे जबकि कांग्रेस का जवाब है कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में किसी तरह की कोई चूक नहीं हुई है और सुरक्षा में चूक होने जैसी बात पूरी तरह बेबुनियाद है।
पंजाब सरकार के मंत्री राज कुमार वेरका ने कहा कि सच्चाई यह है कि बीजेपी की रैली फ्लॉप हो गई थी और जब प्रधानमंत्री को इस बारे में पता चला तो वह वापस लौट गए।
गृह मंत्रालय का बयान
गृह मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा है कि प्रधानमंत्री बठिंडा के एयरपोर्ट पर उतरे और उन्हें हुसैनीवाला में स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करने जाना था। उन्हें हेलीकॉप्टर से जाना था लेकिन खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका।
गृह मंत्रालय ने कहा है कि मौसम खराब बना रहने के कारण प्रधानमंत्री ने सड़क मार्ग से ही राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाने का फैसला किया। मंत्रालय ने कहा है कि पंजाब पुलिस के डीजीपी की ओर से सुरक्षा पुख्ता होने का भरोसा देने के बाद ही प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से आगे बढ़े।
लेकिन स्मारक तक पहुंचने से लगभग 30 किलोमीटर पहले ही जब प्रधानमंत्री का काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुंचा तो कुछ प्रदर्शनकारियों ने वहां पर सड़क को जाम कर दिया।
प्रधानमंत्री का काफिला 15 से 20 मिनट तक एक फ्लाईओवर पर रुका रहा क्योंकि कुछ प्रदर्शनकारियों ने फ्लाईओवर पर जाम लगा दिया था। केंद्र सरकार ने कहा है कि यह प्रधानमंत्री की सुरक्षा में बहुत बड़ी चूक है।
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