जांच कमेटी इस बात का फैसला करेगी कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में आखिर कौन जिम्मेदार है और भविष्य में ऐसे किसी वाकई से बचने के लिए क्या किया जाना चाहिए।
पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में आखिर कौन जिम्मेदार है। पंजाब की पुलिस या केंद्र का विशेष सुरक्षा दस्ता (एसपीजी)?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में सुप्रीम कोर्ट में फिर से सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान सीजेआई ने केंद्र सरकार को डांटते हुए कहा कि वह ऐसा जाहिर न करे कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले को लेकर गंभीर नहीं है।
पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में तमाम सवाल उठ रहे हैं। इससे पहले भी कई बार बड़े नेताओं की सुरक्षा में चूक हुई है। लेकिन इस बार आख़िर इतना हंगामा क्यों है?
नवजोत सिद्धू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के दौरान सुरक्षा में हुई चूक के मामले में कहा है कि प्रधानमंत्री का सड़क से जाने का कोई प्लान नहीं था लेकिन अचानक उनका प्लान कैसे बदल गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिरोजपुर दौरे को लेकर सुरक्षा में हुई चूक के मामले में सॉलिसिटर जनरल ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि ऐसी संभावना है कि यह घटना अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद से जुड़ी हो।
पंजाब के मुख्य सचिव अनिरुद्ध तिवारी ने इस रिपोर्ट में सुरक्षा में हुई चूक से जुड़े सभी बिंदुओं को शामिल किया है। पंजाब सरकार ने 2 सदस्यों वाली एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया था। गृह मंत्रालय ने भी इस मामले में एक कमेटी बनाई है।
2019 में जब मौसम ख़राब था और पुलवामा हमला हुआ था तब प्रधानमंत्री मोदी ने रुद्रपुर में मोबाइल फ़ोन से रैली को संबोधित किया था, फिरोज़पुर में वह फोन से रैली को संबोधित क्यों नहीं कर पाए?
पंजाब सरकार की ओर से बनाई गई उच्चस्तरीय कमेटी 3 दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। इस कमेटी में पंजाब और हरियाणा कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस मेहताब गिल और गृह और न्याय मंत्रालय के प्रधान सचिव अनुराग वर्मा शामिल हैं।
इस घटना को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के तमाम नेता आमने-सामने आ गए हैं। पंजाब में 2 महीने के भीतर विधानसभा के चुनाव होने हैं और ऐसे में यह मुद्दा खासा गर्म हो गया है।