प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे को लेकर सुरक्षा में हुई चूक के मामले में एक नया वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में कुछ बीजेपी कार्यकर्ता हाथों में झंडे लेकर प्रधानमंत्री की गाड़ी के बिल्कुल पास पहुंचते दिख रहे हैं। उस दौरान प्रधानमंत्री की गाड़ी धीरे-धीरे आगे बढ़ती है और उसे चारों ओर से एसपीजी के सुरक्षाकर्मी घेरे रहते हैं। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने इस दौरान जमकर नारेबाजी भी की।
निश्चित रूप से यह प्रधानमंत्री की सुरक्षा में बहुत बड़ी चूक है क्योंकि प्रधानमंत्री का काफिला रास्ते के बीच में कभी भी रुकता नहीं है। कभी-कभार काफिले की रफ्तार धीमी जरूर हो सकती है। सवाल यहां यही खड़ा होता है कि बीजेपी के कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले के इतने नजदीक आने की इजाजत किसने दी। इस मामले में जिम्मेदार अफसरों की भूमिका अवश्य तय होनी चाहिए।
उस दौरान प्रधानमंत्री हुसैनीवाला में स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक की ओर बढ़ रहे थे। इस मामले में कुछ और वीडियो सामने आए हैं जिनमें कुछ किसान नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फिरोजपुर रैली का विरोध करने की बात कह रहे हैं।
किसान संगठनों ने पहले भी एलान किया था कि वे प्रधानमंत्री मोदी की रैली का विरोध करेंगे। लेकिन इस ताज़ा वीडियो से पता चलता है कि निश्चित रूप से प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक हुई है।
अब यह मामला केंद्र और राज्य सरकार, बीजेपी और कांग्रेस के बीच से निकलकर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में पंजाब सरकार और केंद्र सरकार की ओर से अपनी-अपनी दलीलें रखी गई हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि केंद्र व पंजाब सरकार सोमवार तक इस मामले में कोई कार्रवाई ना करें। मामले में अगली सुनवाई सोमवार को होगी।
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