मौसम ख़राब होने की वजह से 14 फ़रवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूद्रपुर रैली में शिरकत करने नहीं पहुंच पाए थे। फिर भी उन्होंने मोबाइल फोन से रैली को संबोधित किया और सशरीर उपस्थित नहीं रहने के लिए उपस्थित दर्शकों से माफी मांगी थी। पुलवामा हमले की सूचना के बावजूद पीएम मोदी ने वह मोबाइल संबोधन दिया था, हालाँकि उस बारे में बताया यह गया कि तब तक नेटवर्क की खराबी के कारण सूचना नहीं पहुंच सकी थी। क्या इसी तर्ज पर पंजाब के फिरोजपुर में 5 जनवरी की रैली को प्रधानमंत्री संबोधित नहीं कर सकते थे?
आख़िर प्रधानमंत्री ने क्यों कहा 'मैं ज़िंदा लौट आया'?
- विचार
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- 6 Jan, 2022

2019 में जब मौसम ख़राब था और पुलवामा हमला हुआ था तब प्रधानमंत्री मोदी ने रुद्रपुर में मोबाइल फ़ोन से रैली को संबोधित किया था, फिरोज़पुर में वह फोन से रैली को संबोधित क्यों नहीं कर पाए?
रूद्रपुर और फिरोजपुर की रैलियों में बड़ा फर्क यही था कि रूद्रपुर में बारिश के बावजूद भीड़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इंतज़ार कर रही थी, जबकि फिरोजपुर में भीड़ नदारद थी। जब प्रधानमंत्री का काफिला किसानों के विरोध प्रदर्शन के कारण ट्रैफिक में फंसा और प्रधानमंत्री ने रैली नहीं करने का फ़ैसला किया, उस वक़्त कैप्टन अमरिंदर सिंह सभा को संबोधित कर रहे थे और महज सैकड़ों की भीड़ थी। संभवत: यही वह स्थिति थी कि प्रधानमंत्री ने रैली को मोबाइल से संबोधित करने के विकल्प पर भी विचार नहीं किया।