पंजाब में बेअदबी की घटनाओं को लेकर तनाव का माहौल है और इसी बीच प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने इसे लेकर बयान दिया है। सिद्धू ने पंजाब के मलेरकोटला में रविवार को आयोजित एक रैली में कहा है कि बेअदबी करने वालों को लोगों के सामने लाकर फांसी दे दी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि बेअदबी चाहे कु़ुरान शरीफ की हो, भगवदगीता की हो या फिर गुरु ग्रंथ साहिब की, बेअदबी करने वालों के साथ यही किया जाना चाहिए।
सिद्धू ने कहा कि ग़लती कोई भी कर सकता है लेकिन यह ग़लती नहीं एक कौम को ख़त्म करने की साज़िश है, हमारी जड़ों को दीमक लगाने की साज़िश है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि इस पंजाबी सूबे के अमन को ख़त्म करने की साज़िश चल रही है।
सिद्धू का यह बयान ऐसे वक़्त में आया है जब पंजाब में बेअदबी की घटनाओं को लेकर तनाव का माहौल है। पहली घटना दरबार साहिब में हुई, जहां गुरु ग्रंथ साहिब तक पहुंचे एक युवक को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया गया जबकि दूसरी घटना कपूरथला के निजामपुर में हुई है। यहां भी शख़्स को मौत के घाट उतार दिया गया। हालांकि पुलिस का कहना है कि यहां गुरुद्वारे में पहुंचा शख़्स चोरी करने आया था।
पंजाब सरकार ने बेअदबी मामले की जांच के लिए एसआईटी बना दी है। पंजाब में चुनाव सामने हैं और उससे पहले बेअदबी की घटनाओं को लेकर तमाम तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं।
पिछली बार भी हुआ था बवाल
पिछले विधानसभा चुनाव से पहले भी इसी तरह बेअदबी की घटना को लेकर खासा बवाल हुआ था। 2015 में फरीदकोट जिले के गांव बरगाड़ी के गुरुद्वारा साहिब के बाहर श्री गुरु ग्रंथ साहिब के अंग बिखरे हुए मिले थे। इस घटना के बाद सिख समाज ने पूरे पंजाब में जबरदस्त प्रदर्शन किया था। साथ ही विदेशों में रहने वाले सिखों ने भी इस घटना को लेकर रोष का इजहार किया था।
इसके ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे सिखों पर पुलिस ने कोटकपुरा में लाठीचार्ज कर दिया था और गोली भी चलाई थी। इससे कोटकपुरा में दो लोगों की मौत हो गई थी और इसके बाद यह मामला तूल पकड़ गया था। पंजाब के अंदर आगजनी और हिंसा की कई घटनाएं हुई थीं।
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