किसान आंदोलन को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई समिति से प्रदर्शनकारी किसानों ने मिलने से इनकार कर दिया है। पहले तो भारतीय किसान यूनियन (उगराहां) ने 4 जनवरी को समिति से मिलने से इनकार कर दिया था। और अब संयुक्त किसान मोर्चा (राजनीतिक) ने भी ऐसा ही किया। पंजाब-हरियाणा सीमा पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है कि यह समिति किसी और मक़सद से बनाई गई थी और ऐसे में उनके मुद्दों का समाधान नहीं हो सकता है। तो क्या सच में ऐसा है? आख़िर समिति किसलिए बनी थी और किसान किन वजहों से मिलने से इनकार कर रहे हैं?
सुप्रीम कोर्ट के बनाए पैनल से मिलना क्यों नहीं चाहते हैं किसान? जानें वजह
- पंजाब
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- सत्य ब्यूरो
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- 6 Jan, 2025
आख़िर सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई समिति किसलिए अस्तित्व में आई और किसान किन वजहों से मिलने से इनकार कर रहे हैं?

इन सवालों के जवाब ढूंढने से पहले किसान आंदोलन और उनके मुद्दे को जान लें। मौजूदा किसान आंदोलन दोबारा पिछले साल 2024 के फरवरी माह में दो किसान संगठनों- संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा द्वारा लंबित मांगों को लेकर शुरू किया गया था। राष्ट्रीय संयुक्त किसान मोर्चा से अलग होकर अपने संगठन के समर्थकों के साथ पंजाब से जगजीत सिंह डल्लेवाल और स्वर्ण सिंह पंधेर ने दिल्ली कूच किया था जिनको हरियाणा के अलग-अलग बॉर्डर पर हरियाणा के सुरक्षा बलों द्वारा रोक दिया गया। किसान उसी सीमा पर प्रदर्शन कर रहे हैं।