पंजाब का लगभग समूचा मंत्रिमंडल मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेहद क़रीबी और राज्य के चीफ़ सेक्रेट्री (मुख्य सचिव) करण अवतार सिंह के ख़िलाफ़ हो गया है। राज्य और शायद देश की शासन व्यवस्था में भी संभवतः ऐसे हालात पहली बार सामने आए हैं। मुख्य सचिव और मंत्रियों में सीधी अदावत यहां तक पहुंच गई है कि तकरीबन सभी मंत्रियों ने राज्य की ब्यूरोक्रेसी के अधिकृत मुखिया यानी मुख्य सचिव के साथ काम करने से साफ इनकार कर दिया है।