दिल्ली-हरियाणा के सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर चल रहे किसानों के आंदोलन से एक और जहां केंद्र सरकार परेशान है, वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की इसे लेकर कुछ गंभीर चिंताएं हैं। किसानों के इस आंदोलन में बहुत बड़ी भागीदारी पंजाब के किसानों की है और बीते 8 महीनों से राज्य के भीतर भी किसान धरना दे रहे हैं। आंदोलन के कारण राज्य की माली हालत को भी ख़ासा नुक़सान पहुंचा है।
कृषि क़ानूनों को वापस ले केंद्र, वरना सुप्रीम कोर्ट जाएंगे: अमरिंदर
- पंजाब
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- 7 Jan, 2021
दिल्ली-हरियाणा के सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर चल रहे किसानों के आंदोलन से एक और जहां केंद्र सरकार परेशान है, वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की इसे लेकर कुछ गंभीर चिंताएं हैं।

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसान आंदोलन के कारण राज्य की क़ानून व्यवस्था के बिगड़ने का अंदेशा जताया है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि उनकी हमदर्दी किसानों के साथ है लेकिन वे राज्य की क़ानून व्यवस्था को नहीं बिगड़ने देंगे। उन्होंने कहा कि यह बेहद ज़रूरी है कि राज्य में हालात सामान्य हों और किसान अपने काम पर लौटें। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में पंजाब में आतंकवाद का दौर देखा है।