पाकिस्तान सीमा से लगने वाले संवेदनशील राज्य पंजाब में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो गया। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के हेलीपैड के पास सोमवार को बम मिला। जिस क्षेत्र में बम मिला वह इलाक़ा हाई-सिक्योरिटी वाला है। एक रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का आवास भी पास ही है। पंजाब और हरियाणा के सचिवालय और विधानसभा भी उस जगह के क़रीब ही हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार चंडीगढ़ प्रशासन ने कहा है कि रक्षा बल जाँच करेंगे कि बम कहां से आया और पुलिस यह पता लगाएगी कि यह वहाँ कैसे पहुँचा।
मौक़े पर बम निरोधक दस्ता पहुँचा और पुलिस ने इलाक़े को सील कर दिया। एक बम निरोधक दस्ते को तुरंत मौके पर भेजा गया। भारतीय सेना की पश्चिमी कमान को भी जांच के लिए लगाया गया है।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार बम कंसल के टी प्वाइंट और नया गांव के बीच आम के बागान में मिला था। यह इलाक़ा पंजाब और हरियाणा के सीएम हेलीपैड से लगभग एक किलोमीटर दूर है और भगवंत मान के आवास से लगभग 2 किमी दूर है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार शाम लगभग 4 से 4:30 बजे, एक ट्यूबवेल संचालक ने हेलीपैड के पास आम के बागान में जिंदा बम देखा। रिपोर्ट के अनुसार चंडीगढ़ प्रशासन के नोडल अधिकारी कुलदीप कोहली ने पत्रकारों से कहा, 'हमें जानकारी मिली कि यहां कुछ अवांछित सामग्री पाई गई है। जब हमने जांच की, तो हमने पाया कि यह एक जिंदा बम था। हमने इसे कब्जे में कर लिया है, और यह अब हमारी जांच का हिस्सा है। हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह यहां कैसे पहुंचा। हमने बम दस्ते की मदद से क्षेत्र को सुरक्षित कर लिया है। अब सेना आएगी और इसकी पड़ताल करेगी।'
पिछले महीने ही पंजाब के तरन तारन के सरहाली गांव में एक पुलिस थाने पर रॉकेट लॉन्चर से हमला हुआ था। इन हमले ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या पंजाब में अशांत हो रहा है माहौल?
लंबे वक्त तक आतंकवाद के शिकार रहे पंजाब में कुछ ही महीनों के भीतर तरन तारन में दूसरा रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड यानी आरपीजी हमला था। तरन तारन पाकिस्तान से लगता हुआ जिला है, इसलिए इस घटना को बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है।
पंजाब में पिछले कुछ महीनों के अंदर कई ऐसे वाकये हुए हैं जो आतंकवाद का दंश झेल चुके इस राज्य के लिए चिंता पैदा करने वाले हैं। पंजाब लंबे समय तक उग्रवाद की चपेट में रहा और इस दौरान खालिस्तान के मुद्दे पर हजारों निर्दोष हिंदुओं-सिखों को अपनी जान गंवानी पड़ी।
कई हत्याएँ भी हुईं
पिछले साल दिसंबर में लुधियाना में एक अदालत के परिसर में बम धमाका हुआ था। धमाके में एक शख्स की मौत हो गई थी और 6 लोग घायल हो गए थे। तब खुफिया एजेंसियों ने पंजाब सरकार को चेताया था कि पंजाब में इस तरह के और हमले हो सकते हैं। पंजाब को कश्मीर से भी ज्यादा नाजुक बताया गया था।
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