पंजाब के अमृतसर में सीमा सुरक्षा बाल यानी बीएसएफ़ के एक मेस में एक जवान द्वारा ही की गई ताबड़तोड़ फायरिंग में पाँच जवान मारे गए। इस फायरिंग में कई घायल हुए। घायल जवानों में एक की हालत गंभीर बनी हुई है।
घटना अमृतसर के खासा गांव में रविवार को घटी। अमृतसर में बीएसएफ मेस के अंदर कथित तौर पर गोलियां चलाने वाले बीएसएफ़ कांस्टेबल की भी मौत हो गई है।
बीएसएफ अधिकारियों ने एक बयान में कहा, 'एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में 6 मार्च को अमृतसर में मुख्यालय 144 बीएन खासा में सीटी सत्तेप्पा एसके द्वारा की गई फायरिंग के कारण 5 बीएसएफ़ जवान घायल हो गए थे। इस घटना में सीटी सत्तेप्पा एसके भी घायल हो गए थे। 6 घायलों में से सीटी सत्तेप्पा सहित 5 ने अपनी जान गंवा दी है। घायलों में से एक की हालत गंभीर है। तथ्यों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया गया है।'
इस बीच सभी घायलों को गुरु नानक देव अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
अस्पताल में पाँच जवानों को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया है। मौक़े पर पुलिस और सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी पहुँचे हैं।
बताया जा रहा है कि कथित तौर पर गोली चलाने वाला बीएसएफ़ का कॉन्स्टेबल सत्तेप्पा महाराष्ट्र का रहने वाला था। वह ड्यूटी की वजह से बहुत परेशान थे। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, सत्तेप्पा ने ज़्यादा ड्यूटी को लेकर एक अधिकारी से बहस भी कर ली थी। रविवार की सुबह उसने अपनी रायफल से फायरिंग शुरू कर दी।
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