खालिस्तान समर्थक नेता अमृतपाल
सिंह 18 मार्च को वारिस पंजाब दे
पर हुई पुलिस कार्रवाई के बाद से फरार है। पुलिस तबसे ही उसको खोज रही है। ताजा जानकारी
के अनुसार अमृतपाल सिंह इस समय होशियारपुर जिले में कहीं छिपा हुआ है। उसके बाद से
पंजाब पुलिस होशियारपुर जिले में 'वारिस पंजाब दे'
के प्रमुख के डेरों तथा दूसरे अन्य संभावित ठिकानों पर तलाश कर रही है। बुधवार के दिन
पजांब पुलिस द्वारा पीछा किये जाने के बाद कुछ संदिग्ध अपनी कार छोड़कर भाग गये थे। पुलिस को शक है कि भागे हुए लोगों से
एक अमृतपाल भी था।
मीडिया में आ रही खबरों में
दावा किया गया है कि अमृतपाल सिंह तथा उसका संरक्षक और सोशल मीडिया हैंडलर
पापलप्रीत सिंह 28 मार्च की शाम को
फगवाड़ा से होशियारपुर जा रही इनोवा गाड़ी के पुलिस द्वारा पकड़े जाने से पहले ही वे
अलग होकर दूसरे रास्ते पर भाग गये थे।
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अमृतपाल को खोज रही पंजाब
पुलिस ने होशियारपुर में मुख्य जगहों पर बैरिकेडिंग लगाई हुई है। इसके साथ ही हरखोवाल, बीबी दी पंडोरी और बस्सी मरनियां तथा आसपास के गांवों में आने
जाने वाले वाहनों की गहन तलाशी चल रही है।
पुलिस अधिकारी गांवों के
डेरों, आवासीय स्थानों, ट्यूबवेल के पास बनाए गए छोटे कमरों और यहां तक
कि जानवरों के बाड़ों तक की तलाशी ले रहे हैं। पंजाब पुलिस को 29 मार्च की सुबह एक डेरा परिसर के भीतर और उसको
जोड़ने वाली एक सड़क पर टहलते हुए पापलप्रीत की सीसीटीवी फुटेज भी मिली है
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पिछले दिनों अमृतपाल ने वीडियो
जारी कर कहा था कि वह भगोड़ा नहीं है और जल्द ही दुनिया के सामने आएगा, वहीं ऑडियो
क्लिप में उसने आत्मसमर्पण की अटकलों को खारिज करते हुए, अकाल तख्त को
सिख समुदाय से संबंधित मुद्दों पर चर्चा के लिए दूसरी बार 'सरबत खालसा' सभा बुलाने के
लिए कहा था। अमृतपाल सिंह अब तक दो वीडियो और एक ऑडियो क्लिप
जारी कर चुका है।
द ट्रिब्यून की खबर के
अनुसार पुलिस ने इलाके में अमृतपाल और किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि पर नजर
रखने के लिए ड्रोन कैमरे तक का इस्तेमाल किया, उसके बाद भी पुलिस के हाथ अब तक कुछ
भी नहीं लगा है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि पापलप्रीत और जोगा सिंह साहनेवाल की तरफ
भाग गये हैं। यहां उन्होंने एक गुरुद्वारे में शरण ली थी।
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