चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में वीडियो लीक मामले में शिमला से भी एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। खरड़ डीएसपी रूपिंदरदीप कौर सोही ने भी गिरफ़्तारी की पुष्टि की है, लेकिन आरोपी के बारे में और जानकारी नहीं दी है। एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार सोनी ने चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के कथित तौर पर 'लीक हुए आपत्तिजनक वीडियो' विवाद पर कहा, 'कल रात एक गिरफ्तारी की गई थी और आगे की गिरफ्तारी लीड के आधार पर की गई है। हम बाद में अधिक जानकारी साझा करेंगे।'
हिमाचल प्रदेश के डीजीपी संजय कुंडू ने ट्वीट किया है, 'चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का मामला- हिमाचल प्रदेश पुलिस ने संवेदनशीलता और प्रोफेशनलिज़्म के साथ पंजाब पुलिस के अनुरोध पर प्रतिक्रिया दी है। हमने आरोपी को पकड़ लिया। शिमला एसपी डॉ. मोनिका और उनकी टीम को बेहतरीन पेशेवर काम के लिए बधाई।'
Chandigarh University case.
— Sanjay Kundu, IPS (@sanjaykunduIPS) September 18, 2022
Himachal Pradesh Police reacted to request of Punjab Police with sensitivity & professionalism.
We nabbed the accused.
Congrats to Dr Monika, SP Shimla & her team for great professional work. @CMOFFICEHP @jairamthakurbjp @PunjabPoliceInd
इस मामले में यह दूसरी गिरफ्तारी है। इससे पहले पंजाब पुलिस ने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की एक छात्रा को हॉस्टल में रहने वालों के आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, शिमला से गिरफ़्तार उस शख्स की पहचान शिमला के रोहड़ू निवासी 23 वर्षीय सनी मेहता के रूप में हुई है। मामले में गिरफ्तार की गई छात्रा भी रोहड़ू की रहने वाली है। पंजाब पुलिस ने पहले कहा था कि वह व्यक्ति आरोपी छात्रा को जानता था।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार यूनिवर्सिटी की एक छात्रा पर आरोप है कि उसने कई साथी स्टूडेंट्स के नहाते हुए वीडियो बना लिए और इसे शिमला में रहने वाले अपने दोस्त को भेज दिया और उसके बाद ये वीडियो इंटरनेट पर लीक कर दिए गए। हालाँकि, स्थानीय पुलिस और यूनिवर्सिटी प्रशासन ने शुरुआती जाँच के आधार पर कई आरोपों को अफवाह बताया है।
चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर आरएस बावा ने कहा है कि कोई भी किसी भी तरह की अफवाह ना फैलाए। वाइस चांसलर ने कहा कि सोशल मीडिया पर चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं द्वारा खुदकुशी करने की बातें पूरी तरह से अफवाह है। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने अपने शुरुआती जांच में पाया है कि अभियुक्त छात्रा ने अपनी कुछ फोटो और वीडियो को अपने दोस्त के साथ शेयर किया था और इसके अलावा उसके फोन से कोई और वीडियो नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले में बेहद गंभीरता के साथ जांच कर रही है।
मोहाली के एसएसपी विवेक शील सोनी ने भी दावा किया है कि इस मामले में अभियुक्त छात्रा ने सिर्फ अपने वीडियो को ही अपने दोस्त के साथ शेयर किया था और पुलिस को किसी भी और लड़की का वीडियो उसके फोन में नहीं मिला हैं।
एसआईटी गठित
ताजा विरोध के बाद पंजाब पुलिस ने छात्रों के आरोपों की जाँच के लिए एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल का गठन किया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने घटना की उच्च स्तरीय जांच का वादा किया था
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