आम आदमी पार्टी के नेता भगवंत मान 16 मार्च को पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। आप के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार ने गुरुवार को राज्य विधानसभा चुनावों में अभूतपूर्व जीत दर्ज की है। जीत के बाद उन्होंने शुक्रवार को पहली बार पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल से मुलाक़ात की। भगवंत और केजरीवाल का 13 मार्च को अमृतसर में रोड शो होना है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भगवंत मान के साथ गले मिलने वाली तसवीर को ट्वीट किया है और लिखा है कि पंजाब के मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह का न्यौता देने उनके घर भगवंत मान गए। केजरीवाल ने कहा है कि उन्हें भरोसा है कि मान पंजाब के लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे।
मेरा छोटा भाई भगवंत मान पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेगा। आज वे शपथ ग्रहण का न्यौता देने मेरे घर आए। मुझे पूरा भरोसा है कि भगवंत एक मुख्यमंत्री के तौर पर पंजाब के लोगों की हर उम्मीद को पूरा करेंगे। pic.twitter.com/u2JoH1ZKtH
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 11, 2022
17 कैबिनेट मंत्री हो सकते हैं: मान
पंजाब के भावी मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को आम आदमी पार्टी के नए विधायकों को अपने पहले निर्देश में कहा कि वे राजधानी चंडीगढ़ में नहीं, बल्कि अपने निर्वाचन क्षेत्रों में अधिक से अधिक समय बिताएँ। उन्होंने काह कि विधायक कैबिनेट बर्थ के लिए लालायित न हों। उन्होंने 92 विधायकों की बैठक में कहा, 'मुख्यमंत्री के अलावा हमारे पास 17 कैबिनेट मंत्री हो सकते हैं। किसी को परेशान होने की ज़रूरत नहीं है। आप सभी कैबिनेट मंत्री हैं।'
बहरहाल, पंजाब के मनोनीत मुख्यमंत्री भगवंत मान अब शपथ लेने जा रहे हैं। उन्होंने गुरुवार को कहा था कि उनका शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में नहीं होगा, जैसा कि अब तक की प्रथा रही है। उन्होंने कहा था कि वह स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के पैतृक गांव नवांशहर जिले में खटकरकलां में शपथ ग्रहण करेंगे।
आप के इकलौते सांसद भगवंत मान ने अपने संगरूर संसदीय क्षेत्र के एक विधानसभा क्षेत्र धूरी से राज्य विधानसभा का चुनाव लड़ा और कांग्रेस के दलवीर सिंह गोल्डी के ख़िलाफ़ 58,000 से अधिक के अंतर से जीत हासिल की।
विधानसभा सीट के लिए यह उनकी तीसरी लड़ाई थी। उन्होंने जलालाबाद सीट के लिए अकाली दल के सुखबीर सिंह बादल के ख़िलाफ़ 2017 के विधानसभा चुनाव में हाथ आजमाया था लेकिन वह असफल रहे थे।
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