बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को विपक्ष पर जोरदार हमला करके उसके आरोपों का जवाब दिया है। नड्डा ने 4 पेज की एक चिट्ठी जारी कर तमाम विषयों पर अपनी बात रखी है और इसे कुछ दिन पहले 13 विपक्षी दलों द्वारा सांप्रदायिक हिंसा को लेकर जारी किए गए संयुक्त बयान का जवाब माना जा रहा है।
नड्डा ने चिट्ठी में लिखा है कि कोरोना वायरस से वैश्विक लड़ाई में भारत ने वह कर दिखाया जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। उन्होंने कहा कि बीजेपी विकास की राजनीति कर रही है और इसका विरोध वे दल कर रहे हैं जिन्हें जनता खारिज कर चुकी है और वे अपने स्वार्थ के लिए एक बार फिर वोट बैंक और विभाजन की ही राजनीति की शरण लेना चाहते हैं।
राजस्थान के करौली में हुई हिंसा को लेकर उन्होंने कहा है कि ये राजनीतिक दल इस बारे में खामोश क्यों हैं। नड्डा ने कहा है कि कांग्रेस के शासन में देश में बहुत दंगे हुए और वर्तमान में विपक्षी शासन वाले पश्चिम बंगाल और केरल में बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या की जा रही है।
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि वोट बैंक की राजनीति करने वाले दलों ने दशकों तक आम लोगों को मूर्ख बनाया और असामाजिक तत्वों को संरक्षण दिया लेकिन अब जब इन्हें कानून के तहत सजा दी जा रही है तो इन्हें संरक्षण देने वाले लोग घबराकर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं।
चुनाव नतीजों पर बात
नड्डा ने कहा है कि हाल में आए विधानसभा चुनाव के नतीजे वोट बैंक की राजनीति करने वाले दलों के लिए आंख खोलने वाले होने चाहिए। उन्होंने यह भी कहा है कि कई वर्षों बाद राज्यसभा में सौ का आंकड़ा पार करने और उत्तर प्रदेश की विधान परिषद में पूर्ण बहुमत हासिल करने वाली बीजेपी पहली पार्टी बन गई है जबकि दूसरी ओर इतने दशकों तक देश पर शासन करने वाली पार्टियां अब इतिहास के हाशिए पर सिमट कर रह गई हैं।
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