पहले खुदरा महंगाई बढ़ने की रिपोर्ट आई थी और अब थोक महंगाई की। थोक मूल्य मुद्रास्फीति मार्च में बढ़कर 14.55 प्रतिशत पर पहुँच गई है। यह पिछले चार महीने के उच्चतम स्तर है। इससे पहले फरवरी में यह थोक महंगाई 13.11 प्रतिशत थी। अभी क़रीब हफ़्ते भर पहले ही खुदरा महंगाई के आँकड़े आए हैं और वह 16 महीने के अपने उच्च स्तर पर पहुँच गई है।
अब थोक महंगाई 4 माह के रिकॉर्ड स्तर 14.55% पर पहुँची
- अर्थतंत्र
- |
- सत्य ब्यूरो
- |
- 18 Apr, 2022
खुदरा के बाद अब थोक महंगाई बढ़ने के पीछे क्या कारण है? जानिए वाणिज्य मंत्रालय ने क्या कारण बताए हैं।

थोक महंगाई दिसंबर 2021 में 14.27 प्रतिशत थी जो जनवरी 2022 में घटकर 13.68 प्रतिशत और फिर फरवरी में 13.11 प्रतिशत पर आ गई। हालाँकि मार्च 2022 में इसमें तेजी से वृद्धि हुई है।