इस बार स्वतंत्रता दिवस पर लालक़िले से भाषण देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने परिवारवाद और भ्रष्टाचार के अलावा ‘तुष्टीकरण’ पर भी निशाना साधा है। बहुत दिनों से नेपथ्य में पड़े इस शब्द को शिखर से निशाना बनाया जाना बेहद गंभीर मामला है, ख़ासतौर पर जब भारत के मुसलमान इतिहास के सबसे कमज़ोर स्थिति में हैं। उन्हें सार्वजनिक रूप से जलील किया जा रहा है। राष्ट्रवाद के नाम पर उन्हें ‘राष्ट्र से खारिज’ करने का अभियान चलाया जा रहा है। यहाँ तक कि मुस्लिम महिलाओं से बलात्कार करने वालों की रिहाई सुनिश्चित की जा रही है और रिहा होने के बाद उनका सार्वजनिक अभिनंदन किया जा रहा है।