‘यह उस नायक को पुनर्जीवित करने की कोशिश है जिसे भुला दिया गया था।’ मशहूर अभिनेता इरफ़ान ख़ान ने यह वक्तव्य 10 साल पहले 'टाइम' पत्रिका द्वारा लिए गए एक इंटरव्यू में अपनी फ़िल्म ‘पानसिंह तोमर’ के संदर्भ में दिया था। 8 साल बाद फ़िल्म 'पानसिंह तोमर' एक बार फिर नए सिरे से ‘पुनर्जीवित’ होने वाली है। इस बार चर्चा के केंद्र में है पानसिंह का भतीजा। कभी गैंग में नंबर 2 की हैसियत पर रहा भतीजा बलवंत सिंह तोमर फ़िल्म के निर्माता रोनी स्क्रूवाला (यूटीवी) और निर्देशक तिग्मांशु धूलिया के ख़िलाफ़ अविश्वास और धोखाधड़ी का मुक़दमा लेकर सर्वोच्च न्यायालय में अपील करने वाला है। उसका कहना है कि उसने ही बहुत सारी बैठकों में फ़िल्म के लेखक संजय चौहान और निर्देशक को अपने चाचा पानसिंह तोमर की संपूर्ण जीवनी से अवगत कराया था। उसकी यही 'ब्रीफिंग' फ़िल्म की पटकथा का आधार बनी थी। फ़िल्म के निर्माता और निर्देशक ने इस एवज़ में उसे 40 लाख रुपये देने का वायदा किया था, जिससे बाद में वे मुकर गए।