नया साल शुरू हो चुका है और उससे पहले शुरू हो गई कंपकपा देने वाली सर्दी। इस समय भी देश के विभिन्न इलाक़ों में शीत लहर कहर बरपा रही है, जिससे लोगों के मरने की ख़बरें भी आ रही हैं। अब तक अकेले उत्तर प्रदेश में ही 200 से ज़्यादा लोग सर्दी की ठिठुरन से मौत की नींद सो चुके हैं। देश के अन्य इलाक़ों से भी भीषण सर्दी की वजह से लोगों के मरने की ख़बरें आ रही हैं। वैसे इस तरह की ख़बरें आना कोई नई बात नहीं है। कहीं भूख और कुपोषण से होने वाली मौतें तो कहीं ग़रीबी और क़र्ज़ के बोझ से त्रस्त किसानों की ख़ुदकुशी के जारी सिलसिले के बीच हर साल ही सर्दी की ठिठुरन, गर्म लू के थपेड़ों और बारिश-बाढ़ से भी लोग मरते हैं।