हिटलर के नात्सी मंत्री गोएबल्स का एक सिद्धांत था 'जितना बड़ा झूठ होगा, वह उतनी ही आसानी से जनता द्वारा निगला जाएगा'। वास्तव में गोएबल्स ने एडोल्फ हिटलर से यह सिद्धांत सीखा था, जिन्होंने अपनी आत्मकथा 'मीन कैम्फ' (Mein Kampf ) में लिखा था कि स्वीकार किए जाने वाले झूठ को इतना बड़ा होना चाहिए कि जनता को विश्वास ही न हो कि किसी के पास ऐसा झूठ कहने का साहस होगा, और यदि यह झूठ बार-बार दोहराया गया तो एक दिन लोग इसे अनिवार्य रूप से सच्चाई के रूप में स्वीकार करेंगे।
तब्लीग़ पर लगे आरोप झूठे और हास्यप्रद
- विचार
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- जस्टिस मार्कंडेय काटजू
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- 29 Apr, 2020


जस्टिस मार्कंडेय काटजू
भारतीय अधिकारियों का एक बड़ा वर्ग और हमारे ज़्यादातर बेशर्म और बिके हुए भारतीय मीडिया गोएबल्स के वफादार शिष्य हैं, जिनके सिद्धांत का वे निष्ठा से पालन करते हैं। ऐसे कई उदाहरण, लुईस कैरोल की 'एलिस इन वंडरलैंड' में मैड हैटर पार्टी की याद दिलाते हैं। यह प्रवृत्ति कहाँ समाप्त होगी, कोई नहीं कह सकता है, लेकिन यह निश्चित रूप से भारतीय लोकतंत्र के लिए भयावह है।
भारतीय अधिकारियों का एक बड़ा वर्ग और हमारे ज़्यादातर बेशर्म और बिके हुए भारतीय मीडिया गोएबल्स के वफादार शिष्य हैं, जिनके सिद्धांत का वे निष्ठा से पालन करते हैं। इन बातों पर ज़रा ध्यान दीजिये:
जस्टिस मार्कंडेय काटजू
जस्टिस मार्कंडेय काटजू भारत के सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश हैं।