वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में जो बजट पेश किया है, वह दिशाहीन और अवास्तविक है, हालांकि यह दावा किया गया है कि यह भारत को आत्मनिर्भर बना देगा।
महात्मा गांधी को मुसलिम विरोधी क्यों कह रहे हैं जस्टिस काटजू? काटजू क्यों कहते हैं कि गांधी के हिसाब से चलते तो हमेशा ग़ुलाम ही रहते? इसके अलावा जानिए किसान आंदोलन पर जस्टिस काटजू की राय। देखिए वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस मार्कण्डेय काटजू की ख़ास बातचीत। Satya Hindi
सरकारों के ऊपर कौन सी सरकार है? कैसे ख़त्म होगा भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव? पाकिस्तान क्या कभी अपना अस्तित्व ख़त्म करना चाहेगा? देखिए वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी की जस्टिस मार्कण्डेय काटजू के साथ बेहद दिलचस्प बातचीत।
जस्टिस काटजू को क्यों लगता है कि बलात्कार से बड़ा संकट बेरोज़गारी है? और कड़े क़ानूनों से भी बलात्कार नहीं रुकने की बात क्यों कह रहे हैं जस्टिस काटजू? देखिए वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी का सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश मार्कंडेय काटजू का इंटरव्यू। Satya Hindi
धर्म विश्वास और दिव्य रहस्योद्घाटन पर निर्भर है जबकि विज्ञान प्रयोग और तर्क पर निर्भर है। अगर हमें प्रगति करनी है तो हमें धर्म छोड़कर विज्ञान को अपनाना चाहिए।
हिटलर के नाज़ी मंत्री गोएबल्स का एक सिद्धांत था 'जितना बड़ा झूठ होगा, वह उतनी ही आसानी से जनता द्वारा निगला जाएगा'। क्या भारतीय अधिकारियों का एक बड़ा वर्ग और हमारे ज़्यादातर बेशर्म और बिके हुए भारतीय मीडिया गोएबल्स के वफादार शिष्य हैं?
भारत में हाल के कुछ महीनों में मुसलमानों पर अत्याचार और उत्पीड़न बढ़े हैं तथा मीडिया के कुछ लोगों द्वारा उन्हें आतंकवादी और राष्ट्र विरोधी नागरिकों के रूप में प्रस्तुत किया गया है।
वर्तमान कोरोना वायरस की समस्या कुछ समय बाद ख़त्म हो जाएगी और फिर आर्थिक समस्याएँ अधिक उग्र रूप में हमारे उपमहाद्वीप में उत्पन्न होंगी। केवल वैज्ञानिक मानसिकता के बुद्धिजीवी ही इन्हें हल कर सकते हैं लेकिन वर्तमान में इसका बड़ा अभाव है।