एक ज़माने में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सबसे विश्वस्त मित्रों में से एक जॉर्ज फर्नाडिस कहा करते थे कि "राजनीति में कामयाबी के लिए धैर्य की ज़रूरत होती है। अगर कल्याण सिंह ने धैर्य दिखाया होता तो वो ही वाजपेयी के बाद बीजेपी के कप्तान होते।"

क्या ऐसा हो सकता था, यह अब बहस का विषय भले ही हो,लेकिन एक ज़माने में बीजेपी के 'हिन्दू ह्रदय सम्राट' बन गए और बाबरी मसजिद ढहाने के 'हीरो' मुख्यमंत्री के लिए धैर्य रखना तब आसान नहीं था जब उन्हें लगने लगा कि वाजपेयी राष्ट्रीय राजनीति की ज़रूरत के लिए मायावती को यूपी का सीएम बनाए रखना चाहते हैं।