मंगलवार देर शाम सिख सियासत के एक युग का अंत हो गया। कुछ समय से बीमार चल रहे प्रकाश सिंह बादल नहीं रहे। बादल पांच बार पंजाब के मुख्यमंत्री रहे और एक बार केंद्र सरकार में कृषि मंत्री। उन्हें पंथक सियासत की धुरी माना जाता था। वह 95 साल के थे और सांस लेने की तकलीफ के चलते उन्हें एक हफ्ता पहले मोहाली में फोर्टिस अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। उनकी मृत्यु की पुष्टि लगभग साढ़े आठ बजे की गई। सूत्रों के मुताबिक उनका अंतिम संस्कार बठिंडा जिले के बादल गांव में किया जाएगा।
प्रकाश सिंह बादल- पंथक सियासत के एक युग का अंत!
- श्रद्धांजलि
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- 25 Apr, 2023

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल का मंगलवार को निधन हो गया। जानिए, पंजाब और देश की राजनीति में उनका योगदान कैसा रहा।
प्रकाश सिंह बादल का जन्म आठ दिसंबर 1927 को पंजाब के गांव अबुल खुराना में हुआ था। शिरोमणि अकाली दल के प्रधान और सूबे के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल उनके बेटे हैं तो पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल बहू। राज्य के पूर्व वित्त मंत्री रहे और अब भाजपा का हिस्सा हो चुके मनप्रीत सिंह बादल उनके भतीजे हैं। प्रकाश सिंह बादल अस्पताल में भर्ती हुए तो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लगातार बादल के स्वास्थ्य की जानकारी ली थी।