वैसे तो अरुण जेटली के पत्रकारों से हमेशा अच्छे संबंध रहे, लेकिन बीजेपी के प्रवक्ता और सूचना एवं प्रसारण मंत्री बनने के बाद यह घनिष्ठता और बढ़ गई थी। टीवी न्यूज़ राजनीति के मानदंड बदल रही थी। जैसे-जैसे टीवी की महत्ता बढ़ती गई, वैसे-वैसे जेटली का ग्राफ़ भी चढ़ता गया। स्टूडियो में वह इतने लोकप्रिय मेहमान बन गए थे कि जब पत्रकार वीर सांघवी ने मंत्री बनने के तुरंत बाद उनका स्टार टीवी पर इंटरव्यू किया तो उन्होंने मज़ाक में कहा, ‘इस कार्यक्रम में ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है कि मेरा मेहमान मुझसे ज़्यादा बार टीवी पर आ चुका हो।’