प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मध्य प्रदेश के उन तीन विधानसभा क्षेत्रों में ‘सीधी दस्तक’ दी जहां उपचुनाव होने हैं। इन क्षेत्रों में मोदी की ‘सीधी एंट्री’ से कांग्रेस तिलमिला उठी। पूर्व मुख्यमंत्री और मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमल नाथ बीजेपी पर जमकर बिफरे।
केन्द्र सरकार द्वारा हाल ही में लागू की गई स्ट्रीट वेंडर स्वनिधि योजना के मध्य प्रदेश के लाभार्थियों से मोदी ने बुधवार को सीधी बात की। मध्य प्रदेश में लागू स्वनिधि योजना को मोदी ने जमकर सराहा। कम समय में योजना की ‘जमावट’ को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी टीम की पीठ भी जमकर थपथपाई।
बीजेपी ने एक ही तीर से मध्य प्रदेश विधानसभा की 27 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर कई निशाने एक साथ साधे। बहुत ही सूझबूझ से मध्य प्रदेश की सरकार ने वर्चुअल मौजूदगी के जरिये पीएम मोदी को ‘कैश’ कराया।
मध्य प्रदेश की सरकार कई दिनों से मोदी के इस आयोजन की ‘तैयारियां’ कर रही थी। तमाम प्रचार-प्रसार किया जा रहा था। इसके लिए बुधवार को राज्य के तमाम अखबारों में बड़े-बड़े विज्ञापन जारी किये गये थे।
क्षेत्रीय न्यूज़ चैनलों का टाइम स्लाॅट पहले से ही बुक था। सोशल मीडिया पर भी पूरी तैयारी थी। पीएम मोदी पौने ग्यारह बजे ‘प्रकट’ हुए। राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर यह आयोजन हुआ। स्थानीय नेता स्वनिधि योजना से लाभ पाने वालों से रूबरू हुए। मुख्य आयोजन के सीधे प्रसारण के लिए स्क्रीनें लगाई गईं। जिला मुख्यालय पर जुटे लोगों ने मोदी को लाइव देखा और सुना।
मोदी ने इंदौर जिले की सांवेर विधानसभा क्षेत्र के छगनलाल वर्मा, ग्वालियर की अर्चना शर्मा और रायसेन जिले की सांची के डालचंद्र कुशवाहा से बातचीत की। तीनों ही क्षेत्रों में विधानसभा का उपचुनाव होना है।
स्वनिधि योजना के तहत मिले 10 हजार रुपये के कर्ज से छगनलाल और उसकी पत्नी ने झाड़ू बनाना आरंभ किया है। अर्चना शर्मा टिक्की सेंटर (चाट का ठेला) लगा रही हैं। जबकि डालचंद्र सब्जियां बेच रहे हैं। मोदी ने अपनी और सूबे की शिवराज सिंह सरकार की तीनों लाभार्थियों से भरपूर तारीफ करवाई।
अर्चना शर्मा के बच्चों से भी पीएम ने बात की। पढ़ाई के अलावा उनकी रूचियां जानीं। अर्चना से पूछा, ‘‘उनकी टिक्की में खास क्या है? ग्वालियर आऊंगा तो अपने ठेले की टिक्की खिलाओगी?’’ पीएम के सवालों से अर्चना और उनके परिजन अभिभूत नज़र आये।
मोदी ने गिनाई उपलब्धियां
स्वनिधि योजना के इन लाभार्थियों से पीएम मोदी की बातचीत मौलिक कम, स्क्रिप्टेड ज्यादा नजर आयी। उज्जवला योजना से लेकर प्रधानमंत्री कुटीर योजना तक का लेखा-जोखा मोदी ने मध्य प्रदेश के तीनों लाभार्थियों से से लिया। आयुष्मान भारत योजना के तहत मिलने वाले स्वास्थ्य संबंधी लाभ मिल पाने को लेकर भी प्रधानमंत्री ने लाभार्थियों से से सवाल किये। डिजिटल इंडिया के फायदों को गिनाना भी मोदी नहीं भूले।
भारत के स्वर्णिम छह साल!
मध्य प्रदेश के लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार के छह सालों की उपलब्धियां गिनाईं। पीएम मोदी ने कहा, ‘‘गरीबी हटाने को लेकर आजादी के बाद बनी भारत की सरकारों ने बातें तो खूब कीं, लेकिन ऐसा काम गरीबों के लिए कभी भी नहीं हुआ जो हमारी सरकार ने पिछले छह सालों में करके दिखाया है।’’
योजना का राजनीतिकरण ग़लत: कमल नाथ
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लिया और कहा कि उपचुनावों के लिए स्वनिधि योजना का राजनीतिकरण ठीक नहीं है। मध्य प्रदेश की सरकार का दावा है कि प्रदेश में एक लाख से ज्यादा वेंडरों को स्वनिधि योजना का लाभ दिया गया है।
नाथ ने सवाल उठाते हुए कहा, ‘‘शिवराज सरकार का एक लाख वेंडरों को लाभ पहुंचाने वाला दावा यदि सही होता तो वह सांवेर, ग्वालियर और सांची के लाभार्थियों को प्रधानमंत्री से बातचीत कराने के लिए नहीं चुनती?’’ नाथ ने कहा कि तब सरकार ऐसे क्षेत्रों के लाभार्थियों को चुनती, जहां उपचुनाव नहीं होने हैं।
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