मध्य प्रदेश कैडर के 2015 बैच के प्रमोटी आईएएस अफ़सर नियाज़ अहमद ख़ान की मुश्किलें बढ़ गई हैं। राज्य सरकार ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर ट्वीट को लक्ष्मण रेखा लांघना करार देते हुए अफ़सर को कारण बताओ नोटिस थमाने का एलान किया है।
इस फ़िल्म को लेकर नियाज़ ख़ान ने ट्वीट किए थे। फ़िल्म को लेकर तमाम राय के साथ खान ने मुसलिमों की हत्याओं पर भी फिल्म बनाने का ‘मशविरा’ दिया है। खान ने अपने ट्वीट में कहा था, ‘अलग-अलग मौक़ों पर मुसलमानों के नरसंहार को दिखाने के लिए वे एक किताब भी लिखने की सोच रहे हैं, ताकि द कश्मीर फाइल्स जैसी फिल्म कोई निर्माता बना सके। अल्पसंख्यकों के दर्द और पीड़ा को भारतीयों के सामने लाया जा सके।’
नियाज़ अहमद खान ने अपने अन्य ट्वीट में कहा था, ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म ब्राह्मणों के दर्द को दिखाती है। उन्हें पूरे सम्मान के साथ कश्मीर में रहने की अनुमति दी जाना चाहिए। फिल्म निर्माताओं को मुसलमानों की हत्याओं को दिखाने के लिए एक फिल्म बनानी चाहिए। मुसलमान कीड़े नहीं, बल्कि इंसान हैं और देश के नागरिक हैं।’
नियाज़ खान के ट्वीट में ‘मुसलमान कीड़े नहीं’, और ‘मुसलिमों के नरसंहार’ पर फिल्म बनाने का मशविरा दिया जाना बीजेपी नेताओं को जमकर खल रहा है।
दरअसल, नियाज़ खान के बयान के बाद से मध्य प्रदेश में बवाल मचा हुआ है। विधानसभा के पूर्व प्रोटेम स्पीकर और बीजेपी के वरिष्ठ विधायक रामेश्वर शर्मा ने तो उसी दिन (दो दिन पहले खान ने ट्वीट किए थे) नियाज़ खान को जमकर आड़े हाथों लिया था। रामेश्वर शर्मा ने मांग की थी कि राज्य सरकार नियाज़ खान से जवाब-तलब करे।
शर्मा के बाद राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग भी नियाज़ खान पर नाराज़ हुए थे। सारंग ने तो घोषणा कर दी थी कि वे डीओपीटी को ख़त लिखकर नियाज़ खान के विरूद्ध सख़्त कार्रवाई की मांग करेंगे।
बताया जाता है कि किसी शुभचिंतक ने विश्वास सारंग को बताया कि मंत्री पद पर रहते हुए ऐसा करना स्वयं की सरकार के ख़िलाफ़ जायेगा तो ‘सलाह’ के बाद विश्वास सारंग बैकफुट पर आ गए थे।
प्रदेश के गृहमंत्री और राज्य सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में दो टूक कहा, ‘नियाज़ खान शायद भूल गये हैं कि वे प्रशासन का अंग हैं। उनकी बयानबाज़ी पूरी तरह से अनुचित और कर्तव्य के विपरीत है। वे लक्ष्मण रेखा को लांघ गए हैं।’
नरोत्तम मिश्रा ने तमाम बातें कहते हुए यह भी साफ़ कर दिया, ‘राज्य सरकार नियाज़ खान से जवाब-तलब करेगी। उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा।’
नोटिस का कारण
राज्य मंत्रालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि नियाज़ खान को अखिल भारतीय सिविल सेवा आचरण नियमों के उल्लंघन के आरोप में नोटिस दिये जाने की तैयारी है।
सूत्रों ने कहा, ‘मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक यह फाइल जायेगी। मुख्यमंत्री के साइन होते ही नोटिस जारी कर दिया जायेगा।
बता दें कि मुख्यमंत्री के तौर पर चौथी पारी के कार्यकाल दो साल सीएम शिवराज ने आज पूरे किए हैं। वे आज सुबह से ही ‘दो साल बेमिसाल’ से जुड़े कार्यक्रमों में व्यस्त हैं।
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