मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल रहे एक पत्रकार का कोरोना टेस्ट पाॅजिटिव निकला है। कमलनाथ ने 20 मार्च को भोपाल में अपने सरकारी निवास पर यह प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी और इसमें उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे का एलान किया था। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में लगभग 400 लोग (बड़ी संख्या में पत्रकारों के साथ नेता और अफसर भी) शामिल रहे थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली से भी बड़ी संख्या में पत्रकार शामिल हुए थे।
कोरोना वायरस से संक्रमित यह पत्रकार कमलनाथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहली पंक्ति में बैठे थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू होने से पहले और इसके ख़त्म होने तक उनकी कई पत्रकार साथियों, नेताओं और अधिकारियों से बातचीत-मुलाक़ात हुई थी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद कमलनाथ की पत्रकारों से हुई अनौपचारिक बातचीत और मुलाक़ात के दौरान भी इन पत्रकार को उनके आसपास देखा गया था। लंदन से लौटी उनकी बेटी का रविवार को कोरोना का टेस्ट पाॅजिटिव आया था। तब सवाल उठा था कि लंदन से लौटते ही उन्होंने अपनी बेटी का कोरोना वायरस का टेस्ट क्यों नहीं कराया? प्रोटोकाॅल के अनुसार वह क्वरेंटीन में क्यों नहीं रहे? घर से क्यों बाहर निकले?
हालांकि उनकी बेटी का कोरोना टेस्ट पाॅजिटिव मिलते ही जिला प्रशासन ने पत्रकार और उनके पूरे परिवार को क्वरेंटीन कर दिया था। घर के सभी सदस्यों के ज़रूरी सैंपल जांच के लिये गये थे। लेकिन पत्रकार की रिपोर्ट पाॅजिटिव आते ही भोपाल से लेकर दिल्ली तक बवाल मच गया है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मध्य प्रदेश सरकार के जनसंपर्क विभाग के सचिव पी. नरहरि ने कहा है कि इस प्रेस कॉन्फ़्रेंस में शामिल रहे सभी पत्रकारों को ख़ुद को तुरंत क्वरेंटीन कर लेना चाहिए।
जर्नलिस्ट क्लब के मध्य प्रदेश सचिव और वरिष्ठ पत्रकार रंजन श्रीवास्तव ने ‘सत्य हिन्दी’ से कहा, ‘मैं भी कमलनाथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में था। संक्रमित पाये गये पत्रकार से मेरी मुलाक़ात हुई थी और अन्य पत्रकार भी उनसे मिले थे। उनके कोरोना पाॅजिटिव होने की सूचना के बाद मैंने ख़ुद को क्वरेंटीन कर लिया है और सभी मित्रों को भी अगले 14 दिनों तक घर से न निकलने और स्वयं को क्वरेंटीन करने का अनुरोध किया है।’
6 दिनों में 14 मामले पॉजिटिव
दुनिया के साथ ही देश के अनेक हिस्सों में कहर बरपा रहे कोरोना वायरस से मध्य प्रदेश पिछले सप्ताह तक अछूता था। लेकिन अचानक से इस वायरस के पाॅजिटिव मरीजों की संख्या तेज़ी से बढ़ी है। सबसे पहले जबलपुर, उसके बाद भोपाल में एक व्यक्ति के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। देखते ही देखते कोरोना प्रदेश में तेज़ी से फैल रहा है।
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