नामीबिया से आठ चीते शनिवार सुबह ग्वालियर होते हुए श्योपुर जिले के पालपुर कूनो नेशनल पार्क पहुंच गये। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन चीतों को पार्क में छोड़ा। उन्होंने चीतों की तस्वीर भी ली।
कुनो नेशनल पार्क में छोड़े गए चीते, देश में फिर शुरू होगा चीता युग
- मध्य प्रदेश
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- 13 Oct, 2022

चीते को पुनः देश में लाने और बसाने की नींव साल 1972 में रखी गई थी। मध्य प्रदेश कैडर के 1961 बैच के आईएएस अफसर एम.के.रजीत सिंह ने भारत में फिर से चीतों का घर बनाने का आइडिया सबसे पहले देश को दिया।
देश में चीता आखिरी बार 1952 में देखा गया था। इसके बाद चीता नहीं दिखा। विलुप्त हो गई चीता प्रजाति की सूचना देने वाले को 5 लाख रुपये के पुरस्कार की घोषणा की गई थी। लेकिन चीता नहीं दिखाई दिया था।
चीते को पुनः देश में लाने और बसाने की नींव साल 1972 में रखी गई थी। मध्य प्रदेश कैडर के 1961 बैच के आईएएस अफसर एम.के.रजीत सिंह ने भारत में फिर से चीतों का घर बनाने का आइडिया सबसे पहले देश को दिया।