मध्य प्रदेश के बहुचर्चित पूर्व विधायक किशोर समरीते को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पूर्व विधायक पर संसद को बम से उड़ाने की धमकी देते हुए विस्फोटक से भरा पार्सल भेजने का आरोप है। समरीते को भोपाल से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर ले जाया गया है।
समरीते को सोमवार को भोपाल के आर्चेड पैलेस कैंपस से भोपाल पुलिस की मदद से दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बताया गया है किशोर समरीते ने अपने क्षेत्र से जुड़ी 70 मांगें पूरी नहीं होने पर संसद को बम से उड़ाने की धमकी दी थी।
पूर्व विधायक ने संसद में पार्सल भेजा था। इस पार्सल में राष्ट्रीय झंडा, संविधान की किताब और जिलेटिन की छड़ें रखी गई थीं। साथ में धमकी भरा पत्र भी था। पत्र में पूर्व विधायक ने लिखा था कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो 30 सितंबर को वह संसद भवन को बम से उड़ा देंगे। इसके बाद उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
सपा के टिकट पर जीते थे
किशोर समरीते 2008 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर बालाघाट के लांजी से विधायक निर्वाचित हुए थे। वे अपनी शैली और सनसनी फैलाने को लेकर ख्यात रहे। विधानसभा के भीतर और बाहर अनेक बार उनके कामकाज और अंदाज से जुड़ी खबरें सुर्खियां बनीं।
मध्य प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के दौरान 2008 में समरीते तब मीडिया की सुर्खियां बने थे जब उन्होंने प्रख्यात वकील और मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में महाधिवक्ता रहे विवेक तनखा के लिये वोट करने हेतु 10 लाख रुपये की रिश्वत देने का आरोप लगाया था। नाटकीय अंदाज में पुलिस ने समरीते के पास से 10 लाख रुपये से भरा बैग जब्त किया था।
दरअसल, तनखा निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में राज्यसभा चुनाव के लिये मैदान में उतरे थे। तनखा को सपा ने समर्थन दिया था। पूरा वाकया होने के बाद अमर सिंह ने नाराजगी का इजहार करते हुए समरीते के कृत्य को अनुशासनहीनता करार दिया था। उन्हें पार्टी से निष्कासित करने का एलान भी किया था। इसके बाद से समरीते अलग-अलग राजनीतिक दलों में अपना भविष्य तलाश रहे हैं।
17 आपराधिक मामले हैं दर्ज
किशोर समरीते पर मध्य प्रदेश में 17 मामले दर्ज हैं। वे इन दिनों संयुक्त क्रांति पार्टी के अध्यक्ष हैं। एक मामले में स्पेशल कोर्ट ने उन्हें पांच साल की सजा भी सुनाई है। समरीते को जून 2021 में भी गिरफ्तार किया गया था, तब उन पर ब्राह्मण समाज के जिलाध्यक्ष राजेश पाठक को ब्लैकमेल करने का आरोप लगा था।
बालाघाट के ब्राह्मण समाज के पूर्व जिला अध्यक्ष राजेश पाठक पर समरीते ने एक वर्ष पहले दो लाख गाय काटने का आरोप लगाया था। उसके बाद पाठक द्वारा 20 हजार रुपये हर माह देने के लिए समरीते पर ब्लैकमेलिंग के आरोप लगाए गए थे, साथ ही समाज के पदाधिकारियों ने समरीते के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने का मामला दर्ज करवाया था।
50 लाख का जुर्माना
समरीते ने कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी पर व्यक्तिगत आरोप लगाया था। आरोप निराधार साबित हुए थे। झूठे आरोपों को लेकर समरीते पर 50 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया था। समरीते पर संविधान के विरुद्ध टिप्पणी करने का भी मामला दर्ज है।
अपनी राय बतायें