नरेंद्र मोदी और अमित शाह जिन विपक्षी दलों का 'मिलावटी', 'महामिलावटी' और तरह तरह के उदाहरणों से उपहास करते थे, उनमें अपने साथी तलाश रहे हैं। पिछले पाँच साल में उनकी सरकार के कारोबार और चुनाव प्रचार के दौरान के उनके व्यवहार को देखने के बाद भी क्या कोई नया साथी उनसे हाथ मिलाएगा, यह तो आने वाले दिनों का राजनीतिक घटनाक्रम ही बताएगा। लेकिन जिन्हें वह महामिलावटी कहकर तिरस्कृत करते थे, उसी विपक्षी एकजुटता को लेकर बनते माहौल ने भारतीय जनता पार्टी खेमे में बेचैनी बढ़ा दी है।