चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कांग्रेस पर सवाल करते हुए कहा है कि जो 90 प्रशित चुनाव हार चुकी है, वह विपक्षी दलों का नेतृत्व कैसे कर सकती है। क्या है मामला? क्यों हैं किशोर कांग्रेस पर ख़फ़ा?
क्या कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूपीए अब संकट में है और क्या अब इसकी जगह पर कोई अन्य एक मोर्चा तैयार होगा? आख़िर शरद पवार और ममता बनर्जी की मुलाक़ात के क्या मायने हैं?
एक चुनावी सर्वे में तमिलनाडु में यूपीए आसानी से सरकार बनाती दिख रही है। एबीपी न्यूज़ और सी-वोटर के चुनाव पूर्व सर्वेक्षण में यूपीए को बहुमत मिलते दिखाया गया है। सर्वे के अनुसार 173-181 सीटें मिल सकती हैं।
टाइम्स नाउ-सी वोटर चुनाव पूर्व सर्वेक्षण में यह पाया गया है कि असम में एनडी को 67 सीटें मिल सकती हैं जबकि यूनाइटेड प्रोग्रेसिव अलायंस यानी यूपीए को 57 सीटों पर संतोष करना पड़ सकता है। इस तरह वहाँ यूपीए की सीटें पहले से कम होने के बावजूद उसकी सरकर बनने के आसार हैं।
शिव सेना नेता संजय राउत ने कहा है कि कई क्षेत्रीय दल कांग्रेस के नेतृत्व को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं, ऐसे में यूपीए का पुर्नगठन किया जाना चाहिए और एनसीपी नेता शरद पवार को इसका अध्यक्ष चुना जाना चाहिए।
पोल ऑफ़ ओपिनियन पोल्स में एनडीए बहुमत का आँकड़ा पार करते दिख रहा है। एनडीटीवी के पोल ऑफ़ ओपिनियन पोल्स में बीजेपी को 228 सीटें और बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को 274 सीटें मिलती दिख रही हैं।