जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) से शुरू हुआ कथित राष्ट्रवाद का खेल एक दिन राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को भी पाकिस्तानी क़रार देगा ऐसा आज़ादी के समय शायद ही किसी ने सोचा होगा। राष्ट्रवाद की इस आग में एक दिन देश के महानायक को झुलसाने की कोशिश की जायेगी, यह भी किसी ने नहीं सोचा होगा। लेकिन आज महात्मा गाँधी को पाकिस्तान का राष्ट्रपिता कहा जा रहा है।