लोकसभा चुनाव के नतीजों से केरल में वामपंथी पार्टियों का लाल रंग फीका पड़ गया है। वामपंथी पार्टियों की हार से यह साफ़ हो गया है कि पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा के बाद केरल से भी वाम मोर्चे के सफ़ाये की भूमिका तैयार हो गयी है। केरल की 20 लोकसभा सीटों में से इस बार 19 पर कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियों की जीत हुई है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) सिर्फ़ एक सीट जीतने में कामयाब रही है। यानी वामपंथियों को करारी शिकस्त मिली है।
केरल में ढहा वामपंथ का किला, बीजेपी बढ़ाएगी सक्रियता
- चुनाव 2019
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- 25 May, 2019
केरल में वामपंथी पार्टियों की हार से यह साफ़ हो गया है कि पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा के बाद केरल से भी वाम मोर्चे का सफ़ाया हो सकता है। बीजेपी ध्रुवीकरण की तलाश में है।
